शिक्षा मंत्रालय ने बोर्ड एग्जाम्स को लेकर कुछ बड़े बदलावों की जानकारी शेयर की है। आइए इन बदलावों को बेहतर तरीके से समझने की कोशिश करते हैं।
अभी तक स्टूडेंट्स साल में सिर्फ एक बार ही बोर्ड एग्जाम्स दे सकते थे। लेकिन अब स्टूडेंट्स को दो बार बोर्ड एग्जाम्स देने का मौका मिलेगा।
दोनों एग्जाम में से स्टूडेंट जिस परीक्षा में ज्यादा स्कोर करेगा, मार्कशीट में उसके नंबरों को ही काउंट किया जाएगा।
अगर स्टूडेंट किसी सब्जेक्ट में फेल हो जाता है तो वो अपना साल बर्बाद किए बिना दूसरे एग्जाम में स्कोर कर सकता है।
इस फैसले की वजह से स्टूडेंट्स को दूसरे एग्जाम में बैठकर ज्यादा नंबर हासिल करने का मौका मिल सकेगा।
अगर साल में दो बार बोर्ड एग्जाम्स आयोजित किए जाएंगे तो बच्चों पर अभी की तुलना में कम प्रेशर पड़ेगा।
कम होगा दबाव अगर साल में दो बार बोर्ड एग्जाम्स आयोजित किए जाएंगे तो बच्चों पर अभी की तुलना में कम प्रेशर पड़ेगा।
साल में दो बार एग्जाम्स आयोजित करने का फैसला स्टूडेंट्स के लिए फायदेमंद साबित होगा।